भारतीय इतिहास के प्रमुख युद्ध - Bhartiye Itihaas ke Pramukh Yudh

भारतीय इतिहास के प्रमुख युद्ध कब और किसके बीच हुए | Bhartiye Itihaas ke Pramukh Yudh PDF में हम भारतीय इतिहास के उन युद्ध के बारे में चर्चा करेंगे।

 भारतीय इतिहास के प्रमुख युद्ध



(1) झेलम (हाइडेस्पीज) युद्ध (326 ई० पू० ) -- झेलम नदी के पास हाइडेस्पीज नामक स्थान पर यह युद्ध सिकन्दर एवं पुरु (पौरव) के बीच हुआ, पुरु पराजित हुआ पर उसकी वीरता से प्रभावित हो सिकन्दर ने उसे राज्य वापस कर दिया एवं स्वयं वापस लौट गया । 

(2) कलिंग युद्ध (261 ई० पू०) -- इस युद्ध में अशोक को कलिंग (उड़ीसा) पर विजय मिली पर नरसंहार से उसका हृदय द्रवित हो गया, फलतः उसने युद्ध न करने की प्रतिज्ञा किया एवं बौद्ध धर्म ग्रहण किया । 

(3) सिन्धु का युद्ध -- इसमें पुष्यमित्र के शासन काल (187-75 ई० पू०) में उसके नाती वसुमित्र शुंग ने सिन्धु नदी के तट पर दिमित्रियस (बैक्ट्रिया का यूनानी) को पराजित किया ।

(4) हूणों तथा स्कन्द गुप्त का युद्ध - इस युद्ध में गुप्त सम्राट स्कन्द गुप्त ने अपने शासन काल (455-467 ई०) में विजेता, बर्बर आततायी जाति हुणों को पराजित किया । परन्तु कुछ वर्ष बाद तोरमाण के नेतृत्व में हूणों ने आक्रमण कर पंजाब पर अधिकार किया एवं साकल (स्यालकोट ) को राजधानी बनाया ।

(5) रावर का युद्ध (20 जून 712 ई०) भारत पर प्रथम अरब आक्रमणकारी मोहम्मद बिन कासिम ने सिन्ध के ब्राह्मण राजा दाहिर को रावर नामक स्थान पर परास्त किया एवं भारत पर अरब सत्ता की नींव डाली। दाहिर युद्ध में मारा गया ।

(6) पेशावर का युद्ध (28 नवम्बर 1001 ई० ) - गजनी के तुर्क आक्रामक महमूद ने पंजाब के ब्राह्मण राजा जयपाल को पराजित किया एवं तत्पश्चात अन्य अनेक आक्रमण कर भारत को खूब लूटा ।

(7) वैहिन्द का युद्ध (1009 ई०) --इस युद्ध में महमूद गजनकों ने आनन्द पाल (जयपाल का पुत्र) एवं उसके सहयोगी राजाओं को परास्त कर पंजाब पर अधिकार प्राप्त किया ।

(8) तराइन का प्रथम युद्ध ( 1191 ई०) - अजमेर एवं दिल्ली के सम्राट पृथ्वीराज चौहान ने अफगानी आक्रामणकारी मुहम्मद गोरी को तराइन के मैदान में परास्त किया ।

(9) तराइन का दूसरा युद्ध (1192 ई०) -- मोहम्मद गौरी ने पृथ्वी राज चौहान को परास्त कर भारत में मुस्लिम राज्य का मार्ग खोला। 

(10) चन्दावर का युद्ध (1194 ई0) -- मोहम्मद गौरी ने कन्नौज के राजा जयचन्द्र को चन्दावर (फिरोजाबाद) गाँव में परास्त कर उत्तर भारत के बड़े क्षे त्र पर अधिकार किया।

(11) पानीपत का प्रथम युद्ध (1526 ई०) -- अफगानी मुगल शासक बाबर ने दिल्ली शासक इब्राहिम लोदी को पानीपत में परास्त कर भारत में मुगल साम्राज्य की नींव डाली ।

(12) खानवा का युद्ध (16 मार्च 1527 ई०) -- बाबर ने मेवाड़ के राजपूत राणासांगा को परास्त किया । 

(13) विलग्राम का युद्ध ( 27 मई, 1540) --  शेरशाह सूरी, हुमायूँ को विलग्राम (कन्नौज) में परास्त कर दिल्ली के सिंहासन पर बैठा । 

(14) पानीपत का दूसरा युद्ध (5 नवम्बर, 1556 ई०) - अकबर के संरक्षक एवं सेनापति बैरम खाँ ने दिल्ली के शासक हेमू को परास्त किया फलतः अकबर दिल्ली का शासक बना।

(15) तालीकोटा युद्ध ( 23 जनवरी, 1565 ई०) -- हुसैन निजामशाह के नेतृत्व में बीजापुर, बीदर, अहमद नगर, गोलकुण्डा की संयुक्त शक्ति ने विजय नगर के राम राजा को परास्त कर लूटा एवं हिन्दू राज्य का अन्त किया ।

(16) हल्दीघाटी का युद्ध (18 जून 1576 ई०) -- अकबर के सेनानायक मानसिंह ने हल्दीघाटी (वीरों का तीर्थ) के मैदान में चित्तौड़ के राजा राणा प्रताप सिंह को परास्त किया परन्तु राणा प्रताप ने अकबर का आधिपत्य स्वीकार करने के बजाय अरावली की पहाड़ी में शरण लिया ।

(17) प्लासी का युद्ध ( 1757 ई०) क्लाइव के नेतृत्व में अंग्रेजों ने बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला को (सेनापति मीर जाफर के विश्वासघात के कारण) बिना किसी खास युद्ध के हराया एवं अंग्रेजी शासन की नींव डाली। 

(18) बान्दीवास का युद्ध ( 1760 ई० ) -- दक्षिण में अंग्रेजों ने फ्रांसीसियों को परास्त कर फ्रांसीसी शक्ति को भारत में समाप्त प्राय कर दिया । 

(19) पानीपत का तीसरा युद्ध (15 जनवरी, 1761 ई०) -- आक्रामक अहमद शाह अब्दाली ने उत्तर भारत के मुस्लिम शासकों के सहयोग से सदाशिवराव भाऊ के नेतृत्व वाले मराठा शक्ति को परास्त किया । 

(20) बक्सर का युद्ध (1764 ई०) -- सर हैक्टर मुनरो के नेतृत्व में अंग्रेजों सम्राट शाह आलम II, अवध के नवाब शुजाउद्दौला एवं बंगाल के नवाब मीर कासिम को संयुक्त रूप से हराया एवं 1765 ई० में शाह आलम एवं शुजाउद्दौला से इलाहाबाद किया, तथा बंगाल, बिहार, उड़ीसा का दिवानी अधिकार प्राप्त किया । 

(21) प्रथम मैसूर युद्ध (1767-1769 ई०) -- ईस्ट इंडिया कम्पनी ने मैसूर के शासक हैदर अली एवं हैदराबाद के निजाम की संयुक्त सेना को चंगामा एवं त्रिनोपाली केयुद्ध में परास्त किया एवं सन्धि किया । 

(22) द्वितीय मैसूर युद्ध (1780-84 ई०) -- अंग्रेजों एवं हैदर अली के बीच युद्ध शुरू हुआ जिसे हैदर अली की मृत्यु के बाद उसके पुत्र टीपू ने जारी रखा। युद्धोपरान्त मंगलौर सन्धि हुई ।

(23) तृतीय मैसूर युद्ध (1790-92 ई०) - अंग्रेजों ने मैसूर के शासक टीपू सुल्तान को परास्त कर श्रीरंगपट्टम की सन्धि किया जिसके अनुसार टीपू को आधा राज्य एवं लाखों पौंड जुर्माना देना पड़ा ।

(24) मैसूर चतुर्थ युद्ध (1799 ई०) -- अंग्रेजों ने टीपू सुल्तान को परास्त कर मैसूर से मुस्लिम शासन समाप्त किया ।

(25) प्रथम मराठा युद्ध (1774-1782 ) - मराठा नेता फड़नवीस एवं अंग्रेजों के बीच युद्ध हुआ जिसमें पेशवा बनने के चक्कर में राघोवा ने अंग्रेजों से सूरत सन्धि कर अंग्रेजों का साथ दिया। युद्धोपरान्त सालवाई सन्धि हुई एवं सालसर अंग्रेजों को मिल गया।

(26) द्वितीय मराठा युद्ध (1803-1805 ई०) - अंग्रेजों ने नागपुर के भोंसले तथा ग्वालियर के सिन्धिया को परास्त किया तथा देवगाँव एवं सुर्जी (अर्जुन गाँव) की सन्धि कर दोनों के राज्य का बड़ा हिस्सा प्राप्त किया।

(27) तृतीय मराठा युद्ध (1817-19 ई०) - अंग्रेजों ने पेशवा, नागपुर के भोंसला शासक अप्पा साहब और मल्हारराव होल्कर द्वितीय को परास्त कर मराठा शक्ति समाप्त प्राय कर दिया।

(28) मियानी युद्ध (1843 ई० ) - कम्पनी ने सिन्ध के अमीरों को मियानी में परास्त कर सिन्ध पर अधिकार किया।

(29) प्रथम सिक्ख युद्ध (1845-46 ई०) - अंग्रेजों ने सिक्खों को परास्त कर लाहौर सन्धि किया एवं जालन्धर दोआब को हड़प लिया।

(30) द्वितीय सिक्ख (चिलियान वाला) युद्ध (1849 ई० ) - लार्ड ह्यगफ के नेतत्व में अंग्रेजों ने सिक्खों के नेता शेरसिंह को परास्त किया एवं पंजाब को कम्पनी राज्य में मिला लिया।

(31) भारत-चीन युद्ध ( 1962 ) – चीन ने भारत पर आक्रमण कर काफी बडा भारतीय क्षेत्र हथिया लिया।

(32) भारत-पाक युद्ध (1965) – यह युद्ध भारत एवं पाक के बीच हुआ जिसमें सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव द्वारा युद्ध विराम हुआ।

(33) भारत-पाक युद्ध (1971 ई०) - भारत-पाक के मध्य इस युद्ध के फलस्वरूप बंगलादेश नामक स्वतन्त्र देश बना।


Post a Comment

© Entrance Parisha. All rights reserved. Developed by Jago Desain